- कई काम दूर से बहुत कठिन दिखते हैं,लेकिन एक बार शुरू कर दें तो रास्ते खुद-ब-खुद बनते चले जाते हैं।
- असंभव कुछ नही होता। बस थोडे से अतिरिक्त प्रयास की जरूरत होती है।
- There is always scope for improvement.
- प्राथमिकताएं तय करना बहुत जरूरी है, अन्यथा काफी समय उन कार्यों में नष्ट हो जाता है, जिनकी जरूरत नही थी ।
- कब क्या किसे कह रहे हैं, इस बारे में बहुत सावधान रहना चाहिय। ना जाने कब कौन सी बात उलटी पड जाये ।
- Never React, Always Respond. तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचना चाहिये। समय लेकर ठंडे दिमाग से सोंच कर अपनी बात कहनी चाहिये। (‘चक दे इंडिया’ में एक संवाद था, ‘हर लडाई उसी समय नही लडी जाती, कुछ बाद के लिये भी छोड देना चाहिये’।)
- Nobody is indispensable. हमारे पहले भी दुनिया थी और हमारे बाद भी दुनिया चलेगी।
- हर काम, छोटे सा छोटा, अथवा बडा से बडा, कुछ सीखने का अवसर देता है, बशर्ते हम सीखने को तैयार हों।
- Never ever believe things which looks too obvious.
- Never judge people, based on first impression or their looks. Take time.
- COMMUNICATE. विवाद कितने भी हो जायें, संवाद बना रहना चाहिये। अक्सर एक फोन काल कई सारी गलतफहमियों को दूर करने के लिये काफी होती है।
इनमें से कुछ सबक खुद ठोकर खाकर सीखे हैं, कुछ दूसरों को देख कर। ये बात अलग है कि ये जानने और दिमाग में होने के बावजूद अक्सर गलतियां कर बैठते हैं। यहां लिख दिये हैं ताकि सनद रहे।
badhiya salahein di hain huzoor…
इन सलाहों (सुभाषितों) को हम सब के साथ बांटने का आभार. सभी के लिये जरुरी हैं. सेव कर लिया है बिना पूछॆ. 🙂
बहुत दिनों में कुछ पढ़ने को मिला है। कहाँ व्यस्थ थे? इस पोस्ट का प्रिंट निकाल कर अपने दफ्तर में लगवा रहा हूँ।
दिनेश जी को ज़रा झट से इ-मेल कीजिये कि एक नहीं दो कापी निकाल लें….एक मुझे भी बैरंग लिफाफे में डाल कर रवाना करें। मुझे भी इसे अपनी ओपीडी में टांगना है।
आप ने सारी बातें बहुत अच्छी लिखी हैं…..बहुत कुछ सीखने को सोचने को मिला…आज की खुराक पूरी हो गई…जिदगी की आज की जंग लड़ने का सामान तो मिल गया, दोस्त. कल वाली खुराक समय पर पहुंचा दीजिये। ऐन समय पर इस की बहुत ज़रूरत होती है।
ganth badh li aapki sikhen, jari rkhen.
सही लिखा जी। यह तो जीवन भर जपने के सूत्र हैं। बार बार भूलते हैं। फिर स्मरण करते हैं।
ekdum sahi bole!
Prabhu,
Aajkal bahut gyaan de rahe ho manav samaj ko, I see the next Ramdev in making- the shree shree 108 param pujya Bagla jee maharaj Jhalawar wale:-)
sahi he yaar…..gyaan ki baat- kirpaan ki dhaara …pata nahi kab lag jaye…badhiya he
sahi he yaar…..gyaan ki baat- kirpaan ki dhaara …pata nahi kab lag jaye…badhiya he
सभी बातें काम की, पुपुल के कमरे में एक प्रिन्ट आउट चिपका दिया है,आते जाते सभी की नज़र पडती रहती है.
मनीष भाई, समीर जी, दिनेश जी, डा. प्रवीण जी, लवली जी, Anonymous, मूनी, आलोक, भास्कर, इला जी – टिप्पणी के लिये धन्यवाद।
दिनेश जी, इला जी – मेरा लिखा काम का लगा, लिखना सफल 🙂
डा. प्रवीण जी- दिनेश जी को क्यों कष्ट देते हैं, मुझे पता भेजिये..मैं भिजवाता हूं.. 🙂
sabak to sahin hain party…. inka bhi ek poster banwaya jaa sakta hai.. abhi se copyright/patent le lo
Oh my dear lord! How do you type this in Hindi…Just reading it was so painful!!!!!!!!! It took me 10 minutes to read 3 sentences aloud to myself….I give up!!
आपने जीवनोपयोगी अच्छी सीखें दी हैं।
आपके सबक प्रेरक और उपयोगी हैं। अगली पोस्ट का भी इंतजार रहेगा।
Wise words!
The one on communication is soo true, be it in relationship or at work! 🙂
I LIKE BBC HINDI . PICHALA PACH SALOSE SUNTA AA RAHA HU.
SUBH KI SURVAT BBC KE SAAT KARTA HU
SABAK PADHKAR BAHUT ACHAA LGA
EVERY THOUGHT IS IMPORTENT
THINK YOU NITIN
अखंड, S, अली जाकिर , महामंत्री-तस्लीम, Ajay Chandran, bagal satish c आप सबको टिप्पणी के लिये धन्यवाद।
S – Reading/writing Hindi is very simple. and when its one’s mother tounge…its much more simpler and fun as well 🙂