आज शिक्षक दिवस है…सभी गुरुजनों को इस अवसर पर नमन्, जैसा कि जीतू जी ने भी कहा है..आज इस मुकाम पे नही होते..अगर आप सब नही होते….
अब सबसे पहले तो दैनिक भास्कर की इस खबर पर नजर डालें…..और फिर इन तुकबन्दियों पर…
1).जनगणना भी वो करें,पोलियो दवा भी पिलाएं,
इससे भी कुछ समय बचे, तो “मिड डे मील” पकाएं,
कोई हमें बताए, बडा यह प्रश्न है भारी,
शिक्षक “शिक्षक” है, या फिर बाबू सरकारी?
2). गुरुजी की जरुरत नही ,कम्प्यूटर क्लास चलाएंगे,
घर बैठे अब शिक्षार्थी के, ज्ञान की प्यास बुझाएंगे.
कम्प्यूटर नही पकडे कान , कम्प्यूटर नही मारे बेंत,
क्या देना है क्या नही, कम्प्यूटर नही जाने भेद.
यहाँ मिलेगा विकी, यही पर “बाबा देसी”,
ज्ञान मिलेगा वैसा, जिसकी रही भावना जैसी.
3). कालेज कभी गया नही,Exam में सो गया,
ट्यूशन कभी छोडी नही, चाहे जो हो गया,
परिणाम जब आए, सब बोले चमत्कार हो गया,
वो देखो..पप्पू पास हो गया.
इस खबर को सुन कर एक बहुत तेज और हकीकत के जैसी खबरें देने वाले TV चैनल की संवाददायिनी फुर्ती से पप्पु के पास पहुँची(भई..पप्पू ने एकदम “नासा की परीक्षा में टाप” करने जैसा काम किया है , तो यह तो नेशनल न्यूज बनेगी…और..आखिर कुछ मसाला भी तो चहिये)…
तो पप्प्पू उवाच्…..
मूरख वो प्राणी है, कभी कक्षा में जो गया,
लाईब्रेरी, लेबोरेट्री, इन सबमें खो गया,
ट्यूशन का रस्ता है इन सबमें उत्तम,
खाली कभी लौटा नही, इस रस्ते पे जो गया…
तो समझे भाई लोगों..
तो समझे भाई लोगों..
इसीलिए…पप्पू पास हो गया…..
Nitin,
Kaiae ho?
“Teacher’s Day” per tumhari post padhi…… manoranjak hai. Keep it up.
Your- Dr. Sanjay sharma
नितिन जी, फायर फॉक्स पर आपकी यह पोस्ट साफ नज़र नहीं आ रही है। मेरे ख्याल से आपने इस पोस्ट में “justify full” विकल्प का इस्तेमाल करके align किया है, जोकि IE को छोड़कर दूसरे ब्राउजर्स में दिक्कत पैदा करता है। मेरे हिसाब से align left करने के बाद यह समस्या नहीं आनी चाहिये।
शुक्रिया सन्जय सर..आप कैसे हैं?
प्रतीक..आपके सुझाव के अनुसार सुधार कर दिया है…उम्मीद है अभी ठीक दिखता होगा.
वैसे फायर फाक्स में मेरे system पर भी हिन्दी ठीक नही दिखती…